अटल विश्वविद्यालय एवं हरिहर ऑक्सीजोन वृक्षारोपण समिति के बीच एम ओ यू की प्रथम बैठक में हुये महत्वपूर्ण निर्णय

बिलासपुर 28 मई 2024 बिलासपुर। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) और हरिहर ऑक्सीजोन वृक्षारोपण अभियान समिति बिलासपुर के बीच हस्ताक्षरित किया गया है। जिसका प्रथम आज 27 मई को…

अटल विश्वविद्यालय एवं हरिहर ऑक्सीजोन वृक्षारोपण समिति के बीच एम ओ यू की प्रथम बैठक में हुये महत्वपूर्ण निर्णय

बिलासपुर 28 मई 2024

बिलासपुर। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर (छत्तीसगढ़) और हरिहर ऑक्सीजोन वृक्षारोपण अभियान समिति बिलासपुर के बीच हस्ताक्षरित किया गया है। जिसका प्रथम आज 27 मई को बैठक विश्वविद्यालय की कुलपति कक्ष में आयोजित की गई। जिसमें प्रमुख रूप से प्रोफेसर एडीएन बाजपेई कुलपति अटल विश्वविद्यालय प्रोफेसर एल पी पटेरिया कुलपति नंदकुमार पटेल विश्वविद्यालय रायगढ़ ,डॉ तरूधर दीवान, यशवंत कुमार पटेल,गौरव साहू, वही हरिहर ऑक्सीजोन से सयोंजक, निलेश मसीह सचिव, ताराचंद साहू कोषाध्यक्ष, गणेश सोनवानी। सांस्कृतिक सचिव सहित दोनों संगठनों के शैक्षणिक और सामाजिक विकास पर अपने सहयोग को नियंत्रित करने वाले निम्नलिखित प्रोटोकॉल पर सहमति व्यक्त की गई है। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, ब और हरिहर ऑक्सीजोन वृक्षारोपण समिति, के बीच सामाजिक हित और पर्यावरणीय मूल्यों को बढ़ावा देना व बढ़ाने के भाव मूल उधेश्य है। दोनों संगठनों में प्रभावी आधारित मंच पर प्राकृतिक संसाधनों के विकास और उपयोग के लिए सहयोगात्मक वृक्षारोपण संरक्षण एवं संवर्धन के साथ जागरूकता कार्यक्रम करना है। साथ ही पर्यावरण आधारित गतिविधियों को बढ़ावा देना।

पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने और योगदान देने के लिए संकाय और छात्र विनिमय कार्यक्रम को प्रोत्साहित करना, सामाजिक संपर्क और राष्ट्रीय आउटरीच कार्यक्रमों को बढ़ावा देना।
राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ संयुक्त सहयोग अनुसंधान परियोजनाओं को शुरू करना। आपसी सहयोग के तारिक में सामाजिक विकास में मदद करना तथा पर्यावरण परिणामों के लिए नए विचारों का आदान-प्रदान करना, आओ पेड़ लगाये हम सेवा जतन सरोकार संग की भावना को लोगों में जागृत करना और संकल्प के साथ पौधारोपण के अलावा नियमित संवर्धन संरक्षण पर प्रेरित किया जायेगा। दोनों संगठनों के बीच अनुसंधान आधारित शिक्षण संसाधनों (सहयोगी वृक्षारोपण, जागरूकता कार्यक्रम आदि सहित) को साझा करके, ताकि स्वस्थ वातावरण को सुगम और विकसित किया जा सके। उपरोक्त भावनाओं के साथ यह समझौता किया गया है।