मेघा इंजीनियरिंग के बाद क्विक सप्लाई ने दिए भाजपा को सबसे ज्यादा चंदा, रिलायंस से क्या है रिश्ता…

केंद्र की सत्ताधारी भाजपा इलेक्टोरल बॉन्ड की सबसे बड़ी लाभार्थी रही है। उसे हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग, फ्यूचर गेमिंग और रिलायंस से संबंधित क्विक सप्लाई जैसे कई कोरपोरेट समूहों एवं व्यक्तियों…

मेघा इंजीनियरिंग के बाद क्विक सप्लाई ने दिए भाजपा को सबसे ज्यादा चंदा, रिलायंस से क्या है रिश्ता…

केंद्र की सत्ताधारी भाजपा इलेक्टोरल बॉन्ड की सबसे बड़ी लाभार्थी रही है।

उसे हैदराबाद की मेघा इंजीनियरिंग, फ्यूचर गेमिंग और रिलायंस से संबंधित क्विक सप्लाई जैसे कई कोरपोरेट समूहों एवं व्यक्तियों से चंदा मिला है।

पिछले चार सालों में भाजपा को इलेक्टोरल बॉन्ड से 6000 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा मिला है।

चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार मेघा इंजीनियरिंग ने 584 करोड़ रुपये दान में दिए हैं, जबकि उसकी सहायक कंपनी वेस्टर्न यूपी पॉवर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड ने 80 करोड़ रुपये चंदा दिए हैं।

इस तरह मेघा इंजीनियरिंग ने कुल 664 करोड़ रुपये भाजपा को चंदा दिए हैं। मेघा इंजीनियरिंग को बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के कई ठेके मिले हैं।

मेघा इंजीनियरिंग के बाद दूसरे नंबर पर क्विक सप्लाई चेन प्राइवेट लिमिटेड आती है, जिसने भाजपा को 395 करोड़ रुपये चंदा दिए हैं।

मुंबई की इस कंपनी ने कुल 410 करोड़ रुपये के इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदे हैं। इसके साथ ही यह कंपनी सबसे ज्यादा इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली तीसरी कंपनी रही है।

इस कंपनी के संबंध रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) से जुड़ते दिख रहे हैं। हालांकि RIL ने इससे इनकार किया है। 

TOI की रिपोर्ट के मुताबिक, क्विक सप्लाई के तीन निदेशकों में एक तापस मित्रा कुल 26 कंपनियों में निदेशक हैं। इनके अलावा विपुल मेहता आठ अन्य कंपनियों से जुड़े हैं।

मित्रा रिलायंस से जुड़ी दूसरी कंपनियों में भी निदेशक हैं। मसलन उनका नाम रिलायंस इरोज प्रोडक्शन एलएलपी एंड कॉरपोरेशन, जामनगर कांडला पाइरलाइन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड में भी है। इन कंपनियों के पता भी वही हैं, जो अहमदाबाद में रिलायंस की अन्य कंपनियों के नाम दर्ज है।

इसके अलावा तापस मित्रा ने अपने लिंक्डइन प्रोफाइल में खुद को RIL का अकाउंट हेड बताया है, जो कंपनी के विदेशी खातों और ग्रुप की अन्य कंपनियों के कॉमर्शियल ऑपरेशंस देखते हैं।

भाजपा को केवेंटर्स फुड पार्क, एमकेजी इंटरप्राइजेज और मदनलाल लिमिटेड से भी 346 करोड़ रुपये चंदा मिला है। तीनों कंपनियों का पता कोलकाता में एक ही है।

वेदांता ने भी पार्टी को 226 करोड़ रुपये और हल्दिया इनर्जी ने 81 करोड़ रुपये चंदा दिया है। भारती एयरटेल ने भाजपा को कुल 183 करोड़ रुपये का चंदा दिया है। लॉटरी किंग सांटियागो मार्टिन की फ्यूचर गेमिंग ने भाजपा को 100 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।

वेदांता ने कांग्रेस को भी 125 करोड़ रुपये चंदा दिया। इस विपक्षी दल को वेस्टर्न यूपी पावर एंड ट्रांसमिशन, एमकेजे इंटरप्राइजेज और यशोदा सुपर स्पेलियटी हॉस्पीटल्स से भी चंदा मिला।