इजरायल ने गाजा में 24 घंटे में 200 को उतारा मौत के घाट, जो बाइडन ने आनन-फानन में नेतन्याहू को लगाया फोन…

हमास के खिलाफ गाजा में इजरायल का सैन्य ऑपरेशन जारी है। इजरायली सेना ने एक बार फिर से भारी तबाही मचाई है। हमास शासित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना…

इजरायल ने गाजा में 24 घंटे में 200 को उतारा मौत के घाट, जो बाइडन ने आनन-फानन में नेतन्याहू को लगाया फोन…

हमास के खिलाफ गाजा में इजरायल का सैन्य ऑपरेशन जारी है।

इजरायली सेना ने एक बार फिर से भारी तबाही मचाई है। हमास शासित गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि बीते 24 घंटे में इजरायल की बमबारी में 201 लोगों की मौत हुई है।

इस तरह युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक मृतकों की संख्या 20,258 पहुंच गई है जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

दूसरी ओर, इजरायल ने भी शनिवार को अपने 5 सैनिकों के मारे जाने की जानकारी दी है। इजरायली मिलिट्री चीफ के प्रवक्ता का दावा है कि उनकी सेना उत्तरी गाजा पर काफी हद तक कब्जा जमा चुकी है और अब उनका ध्यान दक्षिणी गाजा की ओर है। 

इस बीच, अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बार फिर से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बातचीत की है।

जो बाइडेन ने खुद व्हाइट हाउस में संवाददाताओं को इसकी जानकारी दी। राष्ट्रपति ने बताया कि उन्होंने नेतन्याहू से लंबी बातचीत की।

इसे उन्होंने एक तरह की निजी बातचीत करार दिया।

सीजफायर से जुड़े सवाल के जवाब में बाइडेन ने कहा, ‘मैंने युद्धविराम के लिए नहीं कहा।’ व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया, ‘राष्ट्रपति ने मानवीय सहायता अभियान का समर्थन करने वालों सहित नागरिक आबादी की रक्षा करने पर जोर दिया। उन्होंने आम नागरिकों को लड़ाई वाले इलाकों से सुरक्षित जगह पर ले जाने की इजाजत देने की मांग उठाई।’

बाकी बंधकों की रिहाई का निकलेगा रास्ता?
व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया कि बाइडन और नेतन्याहू ने इजरायली सैन्य अभियान के मकसद को लेकर चर्चा की। साथ ही सभी शेष बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया।

वहीं, नेतन्याहू की ऑफिस की ओर से कहा गया, ‘हमारे प्रधानमंत्री ने यह साफ कर दिया कि जब तक युद्ध अपने मुकाम तक नहीं पहुंच जाता तब तक उनका मिलिट्री ऑपरेशन जारी रहेगा।’

बता दें कि इसी साल 7 अक्टूबर को हमास ने गाजा सीमा पार करके इजरायल पर अचानक हमला बोल दिया था। इस अटैक में करीब 1,140 लोग मारे गए। इसके बाद इजरायल ने हमास को तबाह करने की कसम खाई और बड़े पैमाने पर उसके खिलाफ सैन्य ऑपरेशन शुरू किया।