ईरान में कई घंटों तक बिजली कटौती, राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान ने बढ़ती समस्या और खतरे का किया खुलासा

ईरान इस समय संकटों से जूझ रहा है और यहां बड़े पैमाने पर पॉवर कट किया जा रहा है. देशभर में रेसिडेंशियल और कमर्शियल दोनों ही क्षेत्रों में बिजली कटौती…

ईरान में कई घंटों तक बिजली कटौती, राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियान ने बढ़ती समस्या और खतरे का किया खुलासा

ईरान इस समय संकटों से जूझ रहा है और यहां बड़े पैमाने पर पॉवर कट किया जा रहा है. देशभर में रेसिडेंशियल और कमर्शियल दोनों ही क्षेत्रों में बिजली कटौती की जा रही है. अब तो राष्‍ट्रपति ने ही इस बिजली कटौती को जरूरी बताते हुए इसे जारी रखने की बात कही है. राष्‍ट्रपति ने कहा है कि यदि देश में बिजली कटौती नहीं की गई तो सर्दियों में भारी समस्‍या का सामना करना पड़ सकता है. कैबिनेट की वीकली मीटिंग में राष्‍ट्रपति ने मीडिया से कहा कि इस मसले पर यदि हम आज नहीं सोचेंगे तो सर्दियों में गंभीर खतरे का सामना करना पड़ेगा.

पावर प्लांट को समायोजित करने की दी सलाह
राष्‍ट्रपति मसूद पेजेशकियन ने कहा, हमारे देश में ईंधन कम है और इसके कारण हमें सर्दियों में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए हमें अभी पावर प्लांट को समायोजित करना होगा, ताकि आने वाले दिनों में परेशानी से बचा जा सके. ईरान में इस साल ऊर्जा संकट ज्‍यादा गंभीर हो गया है. इससे देश अब पावर प्लांट को मजूट या डीजल भी नहीं दे पा रहा है. पीएम ने कहा कि हम प्राकृतिक गैस के बजाए पीक कोल्ड सीजन के दौरान हमेशा पावर प्लांट को मजूट और डीजल देते हैं. पर इस साल मौजूदा कमी के कारण हम ऐसी स्थिति में पहुंच गए हैं, जहां हम पावर प्लांट के लिए जरूरी गैस भी नहीं दे पा रहे हैं.

मजूट बढ़ाएगा एक और समस्‍या
गर्मियों में बढ़ती बिजली की मांग के कारण जब ब्लैकआउट हुआ तो ईरान को प्राकृतिक गैस की कमी का सामना करना पड़ा. यह मसला जारी है और सर्दियों में बिजली आपूर्ति में रुकावट डाल सकता है. ऐसे में सीमित विकल्पों के चलते सरकार ने या तो बिजली कटौती लगाने या बिजली संयंत्रों में मजूट का इस्तेमाल करने का विवादास्पद योजना शुरू की है. मजूट एक प्रदूषक-ईंधन है जो वायु प्रदूषण का खतरा बढ़ा सकता है. ऐसे में मजूट का उपयोग ईरान के लिए नई समस्‍या बढ़ा सकता है. हालांकि, अधिकारियों ने कहा है कि देश में मजूट और डीजल की भी कमी है.

दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस भंडार
कमाल की बात यह है कि ईरान के पास विश्व का दूसरा सबसे बड़ा प्राकृतिक गैस भंडार है, फिर भी वह प्राकृतिक गैस की कमी से जूझ रहा है. इसके पीछे वजह हैं अमेरिकी प्रतिबंध. जिसके कारण प्राकृतिक गैस निकालने में ईरान को समस्‍या हो रही है. अमेरिकी प्रतिबंधों के कारण प्राकृतिक गैस निकालने के लिए ईरान में निवेश और उन्नत तकनीक की पहुंच सीमित हो गई है. इससे ईरान का गैस उत्पादन लगातार धीरे-धीरे घट रहा है.

9 से 5 बजे तक होगी बिजली कटौती
इस हफ्ते ईरान के तेहरान और अन्य प्रांतों में बिजली वितरण कंपनियों ने 9 बजे से शाम 5 बजे तक की निर्धारित कटौती शुरू की है. यह ईंधन बचाने के लिए किया जा रहा है.