भाजपा ने राज्यसभा की नई सूची से चौंकाया, एकदम नए चेहरे; रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ओडिशा से कैंडिडेट…

भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी कर दी है। केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन को पार्टी ने मध्य प्रदेश से उम्मीदवार बनाया है। वहीं…

भाजपा ने राज्यसभा की नई सूची से चौंकाया, एकदम नए चेहरे; रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ओडिशा से कैंडिडेट…

भाजपा ने राज्यसभा चुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की एक और लिस्ट जारी कर दी है।

केंद्रीय मंत्री एल. मुरुगन को पार्टी ने मध्य प्रदेश से उम्मीदवार बनाया है। वहीं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ओडिशा से राज्यसभा जाएंगे।

भाजपा ने इस नई सूची में कुल 5 उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं। मध्य प्रदेश से माया नारोलिया को भी राज्यसभा भेजा जाएगा।

इसके अलावा बंसीलाल गुर्जर को भी मौका मिला है। उमेश नाथ महाराज भी मध्य प्रदेश से ही राज्यसभा जाएंगे। बता दें कि भाजपा ने इस बार ज्यादातर राज्यसभा सांसदों को दोबारा मौका नहीं दिया है।

अश्विनी वैष्णव और सुधांशु त्रिवेदी जैसे नेता ही अपवाद हैं। 

पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार जिन नए लोगों को मौका दिया जा रहा है, वे भले ही संसदीय राजनीति का अनुभव नहीं रखते, लेकिन लंबे अरसे से संगठन में योगदान देते रहे हैं।

पार्टी की इसके पीछे यह रणनीति है कि ज्यादा से ज्यादा नए लोगों को मौका मिले और पुराने स्थापित चेहरों को लोकसभा चुनाव में उतारा जाए, जिससे इलेक्शन में माहौल बने और कठिन सीटों को भी आसानी से जीता जा सके।

भाजपा ने जिन पुराने लोगों को दोबारा मौका नहीं दिया है, उनमें बड़ा नाम बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी भी हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र में नारायण राणे जैसे दिग्गज नेता को भी मौका नहीं मिलने जा रहा।

कौन हैं नए चेहरे माया नरोलिया, उमेशनाथ महाराज और बंसीलाल गुर्जर

इस बार राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किए गए नेताओं की बात करें तो बंसीलाल गुर्जर भाजपा के किसान मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं।

वह लंबे समय से संगठन की राजनीति करते रहे हैं। इसके अलावा उमेश नाथ महाराज संत हैं और उनके मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं।

अब बात लिस्ट में शामिल एकमात्र महिला चेहरे माया नारोलिया की करें तो वह प्रदेश के महिला मोर्चे की अध्यक्ष रही हैं और जाट समुदाय से आती हैं।

यही नहीं वह मध्य प्रदेश के ही होशंगाबाद में नगर पालिका की अध्यक्ष भी रही हैं। उनका राजनीति में लंबा अनुभव है और संगठन के लिए खूब काम किया है। माना जा रहा है कि इसी के चलते उन्हें राज्यसभा भेजकर सम्मान दिया गया है।