PAK में बैलेट पेपर से चुनाव, 2 दिन बाद भी नहीं आया नतीजा; उठने लगी EVM की मांग…

पाकिस्तान में गुरुवार को हुए चुनाव के बाद वोटों की गिनती शुरू हुए दो दिन हो गए हैं मगर अभी तक चुनाव का नतीजा नहीं आया है। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में…

PAK में बैलेट पेपर से चुनाव, 2 दिन बाद भी नहीं आया नतीजा; उठने लगी EVM की मांग…

पाकिस्तान में गुरुवार को हुए चुनाव के बाद वोटों की गिनती शुरू हुए दो दिन हो गए हैं मगर अभी तक चुनाव का नतीजा नहीं आया है।

पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के बजाए बैलेट पेपर से किया जाता है।

लंबी वोटों की गिनती की चलते चुनाव के नतीजों में देरी हो रही है। देरी की वजह से चुनाव में हिस्सा लेने वाली सियासी पार्टियां भी अब धैर्य खो रही हैं।

कई पार्टियों द्वारा वोटों की गिनती और चुनाव में धांधली का आरोप लगाया गया है। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने भी कहा यदि चुनाव ईवीएम के जरिए होता तो ऐसी स्थिति पैदा नहीं होती।

ईवीएम होती तो ऐसा नहीं होता: पाकिस्तानी राष्ट्रपति
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा कि अगर ईवीएम को लागू किया जाता तो चुनाव परिणामों की घोषणा में देरी के कारण होने वाले संकट को टाला जा सकता था।

उन्होंने जिक्र किया की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने चुनाव में ईवीएम को लागू करने का जोरदार समर्थन किया गया था, मगर इसे अमली जामा नहीं पहनाया जा सका।

उन्होंने एक्स पर कहा, “ईवीएम में दबाए गए प्रत्येक वोटों की गणना एक साधारण बटन का इस्तेमाल कर किया जा सकता है, जैसे इलेक्ट्रॉनिक कैलकुलेटर में किया जाता है।

इसके इस्तेमाल से मतदान समाप्त होने के पांच मिनट के भीतर प्रत्येक उम्मीदवार का मिले वोट इसमें दिखाई दे देते।” उन्होंने कहा ईवीएम लागू किए जाने के दिशा में 50 बैठकें हुई जो सब व्यर्थ हो गई हैं।

क्यों नहीं लागू हो सकता चुनाव में ईवीएम
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने साल 2021 में यह कसम खाई थी कि 2023 में ईवीएम से चुनाव कराए जाएंगे। मगर ऐसा नहीं हो सका।

पाकिस्तान में सत्ता बदलते ही यह विचार भी ठंडे बस्ते में चला गया। जब पाकिस्तान में शहबाज शरीफ की सरकार आई तो उन्होंने चुनावों में ईवीएम के वोटिंग किए जाने को लेकर विरोध जताया।

मई 2023 में शहबाज शरीफ की सरकार ने कहा कि आने वाले आम चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। शहबाज शरीफ की सरकार हमेशा यह इल्जाम लगाती रही कि इमरान खान की सरकार ने पाकिस्तान को गहरे कर्ज में धकेल दिया। ऐसे में ईवीएम के जरिए चुनाव कराने में भारी खर्च भी आता।

आगे हैं इमरान के समर्थित उम्मीदवार
पाकिस्तान में आम चुनाव गुरुवार को हुए थे और इसके तुरंत बाद मतगणना शुरू हुई थी।

उम्मीद थी कि मतगणना के परिणाम शुक्रवार सुबह तक उपलब्ध हो जाएंगे लेकिन परिणाम की घोषणा में देरी के बाद मतों में हेर-फेर किए जाने की आशंका को बल मिला।

पाकिस्तान निर्वाचन आयोग के अनुसार, नेशनल असेंबली की 265 सीट पर हुए चुनाव में से 253 सीट पर मतगणना की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निर्दलीय उम्मीदवारों ने सर्वाधिक 99 सीट जीती हैं।

इनमें से अधिकतर उम्मीदवार पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई द्वारा समर्थित हैं।