दुगईगुड़ा पोटाकेबिन में पहली कक्षा में अध्यनरत एक छात्र की चक्कर खाकर गिरने से हुई मौत

बीजापुर जिले के उसूर तहसील के दुगईगुड़ा पोटाकेबिन में पहली कक्षा में अध्यनरत छात्र राजेश पुनेम निवासी पेद्दा तर्रेम की आज शनिवार की सुबह पोटाकेबिन के परिसर में घूम रहा…

दुगईगुड़ा पोटाकेबिन में पहली कक्षा में अध्यनरत एक छात्र की चक्कर खाकर गिरने से हुई मौत

बीजापुर

जिले के उसूर तहसील के दुगईगुड़ा पोटाकेबिन में पहली कक्षा में अध्यनरत छात्र राजेश पुनेम निवासी पेद्दा तर्रेम की आज शनिवार की सुबह पोटाकेबिन के परिसर में घूम रहा था तभी वह अचानक चक्कर खाकर गिर गया जिसके बाद आनन-फानन में मासूम छात्र को जिला अस्पताल लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया है।

राजीव गांधी शिक्षा मिशन के जिला समन्वयक एमवी. राव ने बताया कि शुक्रवार को बच्चे को बुखार था,  बुखार के इलाज के लिए अधीक्षक कक्केम मारेया छात्र को आवापल्ली के अस्पताल लेकर गए थे जहां पर डॉक्टरों ने बच्चे की जांच की थी पर जांच में सभी चींजे सामान्य आई थी, डॉक्टरों ने बच्चे को सामान्य बुखार की गोली देकर वापस भेज दिया था। बच्चा रात तक ठीक था। सुबह वह बेहोश होकर पोटाकेबिन के परिसर में गिर गया जिसके बाद हॉस्पिटल उसे लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बीआर. पुजारी ने बताया की बच्चे को सामान्य बुखार था ,उसके जांच के बाद दवाई भी दी गई थी। बच्चे की मौत किस वजह से हुई है यह कह पाना मुश्किल है। बच्चे के शव का पोस्टमोर्टम किया जा रहा है, पोस्टमोर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण का पता चल पायेगा। उल्लेखनिय है कि बारिश का मौसम शुरू होते ही इसी वर्ष दो मासूम छात्राओं ने मलेरिया से पीड़ित होने के बाद दम तोड़ दिया था। इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री ने भी जिले में पहुंचकर अधिकारियो और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टरों से भी चर्चा की थी। जिसके बाद जिला प्रशासन की टीम ने सभी स्कूलों, आश्रमों और पोटाकेबिन में पढने वाले हजारों छात्र छात्राओं स्क्रीनिंग की थी और मलेरिया पर काबू पाया था।