लालकृष्ण आडवाणी से मिले उनके 60 साल के साथी मुरली मनोहर जोशी, जानें क्या कहा…

मोदी सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया है। बीजेपी के ही वयोवृद्ध नेता मुरलीमनोहर जोशी ने शनिवार को आडवाणी…

लालकृष्ण आडवाणी से मिले उनके 60 साल के साथी मुरली मनोहर जोशी, जानें क्या कहा…

मोदी सरकार ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया है।

बीजेपी के ही वयोवृद्ध नेता मुरलीमनोहर जोशी ने शनिवार को आडवाणी के दिल्ली स्थित आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की और बधाई दी।

जोशी ने कहा कि उनका बड़ा सौभाग्य रहा है कि उन्हें अटल बिहारी वाजपेयी, नानाजी देशमुख और एलके आडवाणी के साथ काम करने का मौका मिला। 

90 साल के मुरलीमनोहर जोशी ने कहा, हमें बहुत खुशी हो रही है कि लाल कृष्ण आडवाणी जी को देश के सबसे प्रतिष्ठित सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा जा रहा है। मेरा सौभाग्य रहा है कि भारत रत्न अटल जी के साथ भी हमें काम करने का मौका मिला।

मैं और आडवाणी जी 60 साल तक साथ रहे। बता दें कि शनिवार को भी पीएम मोदी ने इस बात की जानकारी दी थी कि 96 साल के आडवाणी को भारत रत्न से  नवाजा जाएगा। 

पीएम मोदी ने कांग्रेस पर भी तंज कसा था और कहा था कि आडवाणी उन नेताओं में हैं जिन्होंने एक पार्टी और परिवारवाद की राजनीति से लोकतंत्र को मुक्त कराने के लिए जीवनभर संघर्ष किया।

बता दें कि मोदी सरकार में यह सातवां भारतरत्न सम्मान है। इससे पहले कर्पूरी ठाकुर, मदन मोहन मालवीय,अटल बिहारी वाजपेयी, प्रणव मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नानाजी देशमुख को भारत रत्न से नवाजा जा चुका है। 

वहीं इस सम्मान के ऐलान के बाद आडवाणी ने कहा कि यह सम्मान केवल उनके लिए नहीं है बल्कि जीवनभर जिन आदर्शों औऱ सिद्धांतों का पालन किया है उनका भी सम्मान है।

उन्होंने भारत रत्न को स्वीकार करने का ऐलान किया। वहीं भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें बधाई दी। नड्डा ने कहा कि इस फैसले से पूरे देश के पार्टी कार्यकर्ताओं को भी सम्मान हुआ है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस फैसले के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। 

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी इस फैसले का स्वागत करते हुए आडवाणी को लंबी उम्र की शुभकामनाएं दीं। एनसीपी चीफ शरद पवार ने कहा कि आडवाणी ने देश के विकास में अमूल्य योगदान दिया है।

इसके अलावा पक्ष और विपक्ष के अन्य नेताओं ने भी  सरकार के इस फैसले का स्वागत किया।