‘किसे पता कि पाकिस्तान का परमाणु बम…’, मणिशंकर अय्यर के बयान पर हिमंत सरमा का पलटवार…

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पाकिस्तान के परमाणु बम को लेकर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी के…

‘किसे पता कि पाकिस्तान का परमाणु बम…’, मणिशंकर अय्यर के बयान पर हिमंत सरमा का पलटवार…

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने पाकिस्तान के परमाणु बम को लेकर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर पलटवार किया है।

उन्होंने कहा कि भारत के पड़ोसी के पास लोगों की सैलरी देने के पैसे नहीं हैं। ऐसे में किसी को यकीन ही नहीं होगा कि उसका परमाणु बम काम करेगा या फिर नहीं।

न्यूज एजेंसी एएनआई से सरमा ने कहा, ‘मणिशंकर अय्यर ने कहा है कि पाकिस्तान के पार परमाणु बम है। मगर, जिस देश के पास सैलरी देने के पैसे नहीं हैं, पेट्रोल खरीदने के पैसे नहीं हैं और अनाज खरीदने के लिए पैसा नहीं है। ऐसा हो सकता है कि एक समय पाकिस्तान ने एटम बम बनाया हो लेकिन मेंटेन तो नहीं हुआ होगा। उनका बम चलेगा या नहीं, यह किसे पता है।’

दरअसल, सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें अय्यर यह कहते नजर आ रहे हैं कि भारत को पाकिस्तान का सम्मान करना चाहिए क्योंकि उसके पास परमाणु हथियार है।

कांग्रेस नेता को वीडियो में कहते हुए सुना जा सकता है, ‘अगर हमने उन्हें सम्मान नहीं दिया तो वे भारत के खिलाफ परमाणु बम का इस्तेमाल करने के बारे में सोचेंगे।’

भारत की बल प्रयोग नीति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि पाकिस्तान के पास भी कहुटा (रावलपिंडी) में ताकत है। उनका इशारा परमाणु बम की ओर था।

सरमा ने बताया कि क्यों चाहिए 400 सीट
हालांकि, मणिशंकर अय्यर ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान पर उनकी टिप्पणी से संबंधित जिस वीडियो को सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है, वह पुराना है।

उन्होंने कहा कि उसे इसलिए खोजकर लाया गया है क्योंकि लोकसभा चुनाव में भाजपा का प्रचार अभियान लड़खड़ा रहा है। वहीं, सरम ने पीओके पर सवाल उठाने के लिए कांग्रेस और उसके सहयोगियों की आलोचना करते हुए कहा, ‘हम इस चुनाव में 400 से अधिक सीटें जीतने की बात क्यों कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजग को देश में यूसीसी लागू करने, मथुरा में कृष्ण जन्म भूमि पर भव्य मंदिर बनाने और पीओके, जो भारत का हिस्सा है, की वापसी सुनिश्चित करने के लिए 400 से अधिक सीटें जीतनी होंगी।’