गुरुवार के दिन नहीं खाना और पकाना चाहिए खिचड़ी! जीवन में पड़ सकता गहरा प्रभाव, जानें इसके पीछे के मुख्य कारण
हिंदू धर्म में हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता को समर्पित होता है. वहीं गुरुवार का दिन विष्णु जी को समर्पित दिन होता है जो कि कई नियमों वाला दिन…
हिंदू धर्म में हर दिन किसी ना किसी देवी-देवता को समर्पित होता है. वहीं गुरुवार का दिन विष्णु जी को समर्पित दिन होता है जो कि कई नियमों वाला दिन माना जाता है. इस दिन भक्त विष्णु जी की पूजा करते हैं व उनसे अपनी मनोकामना पूर्ति की कामना करते हैं. लेकिन क्या आपको पता है कि गुरुवार के दिन भक्तों को कुछ गलतियां करने से बचना चाहिए. शास्त्रों में गुरुवार के दिन से जुड़े कई नियम बताए गए हैं, जिनका आज भी पालन किया जाता है.
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गुरुवार के दिन ना करें ये काम
गुरुवार के दिन सिर धोना, बाल-दाढ़ी और नाखून कटवाना, कपड़े धोना, घर पर पोंछा लगाना, जाले साफ करना, मांसाहार भोजन करना आदि कामों को वर्जित माना जाता है. इसके साथ ही इस दिन खिचड़ी ना खाने की भी मान्यता है. हालांकि गुरुवार के दिन खिचड़ी ना खाने के लिए हमारे घर के बड़ों के मुंह से हमने कई बार सुना है, कि आज गुरुवार है खिचड़ी नहीं बनेगी. लेकिन इसके पीछे का क्या कारण है ये आज जानते हैं.
हमारे घर के बड़े-बुजुर्गों कि ये बातें हमें कुछ समय के लिए हमें मिथक लग सकती है. लेकिन शास्त्रों में इसके पीछे पुख्ता कारण और इससे होने वाले नुकसानों के बारे में बताया गया है. इसलिए कभी कभार घर के बड़ों की बातों को फॉलो करना हमारे लिए फायदेमंद हो सकता है. ये हमारे भविष्य में होने वाली अशुभ घटनाओं से भी बचाता है. तो आइए जानते हैं गुरुवार के दिन खिचड़ी क्यों नहीं खाना चाहिए.