देवउठनी ग्यारस पर दक्षिण के कई राज्यों में होगी झमाझम बारिश
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण भारत में भारी वर्षा की संभावना जताई है। मौसम विभाग के…
नई दिल्ली। भारतीय मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र के कारण दक्षिण भारत में भारी वर्षा की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार, यह क्षेत्र अगले 36 घंटों में बनने की उम्मीद है, जिससे तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में 12 से 15 नवंबर तक मूसलाधार बारिश हो सकती है। मतलब देवउठनी ग्यारस पर झमाझम बारिश से कई राज्यों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। पिछले 24 घंटों में तमिलनाडु और केरल में भारी बारिश हो चुकी है, जिससे सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ है। साथ ही, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में घना कोहरा दर्ज किया गया है, जिससे दृश्यता प्रभावित हुई है और परिवहन में समस्याएं आ रही हैं।
मौसम विभाग ने विशेष चेतावनी जारी करते हुए कहा कि तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल, केरल और माहे में 9 से 15 नवंबर के बीच हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है, जबकि तमिलनाडु और केरल में 12 से 15 नवंबर के बीच कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना है। आंध्र प्रदेश, यनम और रायलसीमा के तटीय क्षेत्रों में भी 12 और 13 नवंबर को भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही, हिमाचल प्रदेश में 10 से 12 नवंबर और उत्तर-पश्चिम पंजाब में 10-11 नवंबर के बीच घने कोहरे की संभावना है, जिससे इन क्षेत्रों में यातायात प्रभावित हो सकता है।
तापमान के बारे में भी विभाग ने जानकारी दी है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान और गुजरात जैसे राज्यों में न्यूनतम तापमान औसत से 3 से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिंडन क्षेत्र में मैदानी इलाकों में सबसे कम तापमान 13.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दूसरी ओर, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में आने वाले चार-पांच दिनों में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट की संभावना है। तेलंगाना में भी 12 से 15 नवंबर के बीच बारिश होने की संभावना है, जिसमें कुछ इलाकों में गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान है। इस क्षेत्र में अगले तीन दिन मौसम सूखा रहने की संभावना है।