FIH अवॉर्ड में भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को ‘गोलकीपर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड, हरमनप्रीत सिंह बने ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’

International Hockey Federation (FIH) अवॉर्ड में भारतीय खिलाड़ियों का जलवा देखने को मिला. भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को 'प्लेयर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड से नवाजा गया. वहीं,…

FIH अवॉर्ड में भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश को ‘गोलकीपर ऑफ द ईयर’ अवॉर्ड, हरमनप्रीत सिंह बने ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’

International Hockey Federation (FIH) अवॉर्ड में भारतीय खिलाड़ियों का जलवा देखने को मिला. भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह को 'प्लेयर ऑफ द ईयर' अवॉर्ड से नवाजा गया. वहीं, भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने 'गोलकीपर ऑफ द ईयर' पुरस्कार हासिल किया है. शुक्रवार रात इन दोनों भारतीय खिलाड़ियों को ओमान में 49वीं FIH कांग्रेस के दौरान सम्मानित किया गया. हरमनप्रीत सिंह ने नीदरलैंड के जोएप डी मोल और थियरी ब्रिंकमैन, जर्मनी के हेंस मुलर और इंग्लैंड के जैक वालेस को पीछे छोड़ प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड अपने नाम किया.

हरमनप्रीत सिंह ने तीसरी बार FIH प्लेयर ऑफ द ईयर अवॉर्ड जीता
पेरिस ओलंपिक में भारतीय कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने सबसे ज्यादा 10 गोल किए थे. उन्होंने क्वार्टर फाइनल और सेमीफाइनल में गोल करने के अलावा स्पेन के खिलाफ ब्रॉन्ज मेडल मैच में भारत के लिए दोनों गोल दागे थे. वहीं, पेरिस ओलंपिक के बाद हॉकी को अलविदा कहने वाले पीआर श्रीजेश ने गोलकीपर कैटेगरी में टॉप अवॉर्ड जीता. पीआर श्रीजेश ने नीदरलैंड के पिरमिन ब्लैक, स्पेन के लुइस कैलजाडो, जर्मनी के जीन पॉल डेनेबर्ग और अर्जेंटीना के टॉमस सैंटियागो को पछाड़कर अवॉर्ड अपने नाम किया. बताते चलें कि हरमनप्रीत सिंह ने तीसरी बार FIH प्लेयर ऑफ द ईयर का पुरस्कार जीता है.

'यह सम्मान मेरे साथियों के बिना संभव नहीं था'
FIH प्लेयर ऑफ द ईयर बनने के बाद हरमनप्रीत सिंह ने कहा कि सबसे पहले तो मैं इस सम्मान के लिए FIH का आभार व्यक्त करता हूं. ओलंपिक में मेडल जीतकर अपने वतन लौटना शानदार रहा, जहां हमारा स्वागत करने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे. यह बहुत ही खास एहसास था, मैं यहां पर अपने साथियों का जिक्र करना चाहूंगा, आपके बिना यह कुछ भी संभव नहीं हो पाता. वहीं, पीआर श्रीजेश ने तीसरी बार बेस्ट गोलकीपर अवॉर्ड जीतने के बाद कहा कि मैं आज बहुत खुश हूं, मेरे खेल करियर के इस आखिरी खेल सम्मान के लिए शुक्रिया. यह पुरस्कार पूरी तरह से मेरी टीम का है, डिफेंस का है जिसने यह सुनिश्चित किया कि ज्यादातर हमले मुझ तक न पहुंचें. यह पुरस्कार मिडफील्डर और फॉरवर्ड का है जिन्होंने मैंने जितने गोल खाए उससे अधिक गोल करके मेरी गलतियों को छुपाया.